




संस्थापक
महर्षि श्रद्धानन्द "श्री ओंकार नाथ शर्मा"
परिचय
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42 वर्षों में एक करोड़ से अधिक गायत्री महामंत्र जप की साधना
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5000 से अधिक छोटे बड़े यज्ञों का संचालन
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हजारों गायत्री साधकों का मार्गदर्शन
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हजारों ग्रंथों का स्वाध्याय मनन-चिंतन
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सोशल मीडिया में हजारों साधनात्मक लेखों के द्वारा श्री सत्य सनातन धर्म की पुनःप्रतिष्ठा के लिए जन जागरण अभियान चलाने वाले साधक
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आनंद गायत्री योग साधना (ऑनलाइन प्रशिक्षण) के संस्थापक एवं संचालक
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सिद्धपीठ गायत्री शक्तिपीठ (शांतिधाम)छपरा,बिहार के संस्थापक एवं संचालक

आनंद गायत्री योग साधना आह्वान, आमंत्रण
आदिशक्ति , जगत जननी माँ गायत्री, जिन्हें वेदों में --देवमाता, विश्वमाता, कामधेनु, पारस, अमृत, कल्पवृक्ष कहा गया है उनकी नियमित साधना करें।
आदिशक्ति , जगत जननी माँ गायत्री, जिन्हें वेदों में --देवमाता, विश्वमाता, कामधेनु, पारस, अमृत, कल्पवृक्ष कहा गया है उनकी नियमित साधना करें।
आनंद गायत्री योग साधना:
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आपके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास ( All round personality development ) कैसे हो ? ये सिखाती है।
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आपके जीवन का लक्ष्य क्या है ? आपका धर्म कर्तव्य क्या है ? ये बताती है।
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जीवन लक्ष्य को कैसे पहचानें ? धर्म कर्तव्यों का पालन कैसे करें ? ये बताती है।
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जीवन का समग्र रूप में आनंद लेते हुए, अपने घर परिवार के कर्तव्यों को निभाते हुए, अपना कर्तव्य निभाते हुए जीना सिखाती है ।


छत्रपति शिवाजी
बंदा वैरागी


स्वामी विवेकानंद

नरेंद्र मोदी

आचार्य श्रीराम शर्मा
क्या आप भी
की तरह जीवन को पूर्णता में जीते हुए, जीवन को सार्थक करना चाहते हैं ??
क्या आप भी अपने जीवन के चुने हुए क्षेत्र में सफलता के शिखर तक पहुंचना चाहते हैं ??
आज का विचार
ईश्वर सर्वत्र व्याप्त है,परन्तु प्रेम से परिपूर्ण ह्रदय से ही उसकी अनुभूति की जा सकती है |



